कक्षा 3 से 8वीं तक के छात्रों के लिए दो चरणों में लागू होगी पहल, मनपा स्कूली छात्र बनेंगे 'सक्षम'

 कक्षा 3 से 8वीं तक के छात्रों के लिए दो चरणों में लागू होगी पहल, मनपा स्कूली छत्र बनेंगे 'सक्षम'

 पिंपरी चिंचवड़। छात्रों की बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता में सुधार के लिए मनपा के शिक्षा विभाग ने मनपा स्कूलों में शैक्षिक पहल 'सक्षम' शुरू की है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और निपुण भारत मिशन (समझ और संख्यात्मकता के साथ पढ़ने में दक्षता के लिए राष्ट्रीय पहल) के तहत बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता पर ध्यान केंद्रित करके छात्रों के शैक्षिक स्तर में सुधार के लिए 'सक्षम' पहल शुरू की गई है। इस पहल के तहत, छात्रों को उनके शैक्षिक स्तर के अनुसार समूहीकृत किया जाता है और प्रत्येक समूह के छात्रों को शिक्षकों द्वारा उचित मार्गदर्शन दिया जा रहा है। शिक्षा विभाग के अनुसार, मनपा के मराठी और उर्दू माध्यम के स्कूलों में तीसरी से आठवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए जारी 'सक्षम' पहल के तहत, वर्तमान में 30,000 से अधिक छात्र लाभान्वित हो रहे हैं।
'सक्षम' पहल के तहत 'क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया' द्वारा छात्रों के मूल्यांकन की जानकारी का उपयोग छात्रों के शैक्षिक स्तर को निर्धारित करने और उन्हें समूहों में विभाजित करने के लिए किया गया था। इस पहल का मुख्य उद्देश्य छात्रों की बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता को बढ़ाना और इसमें आने वाली कठिनाइयों को दूर करना, प्रभावी ढंग से छात्र को अगली कक्षा में जाने के लिए सशक्त बनाना है। छात्रों की बुनियादी साक्षरता बढ़ाने के लिए 'सक्षम' पहल को 45-45 दिनों के दो चरणों में लागू किया जाएगा। 'सक्षम' पहल का पहला चरण, जो वर्तमान में चल रहा है, स्कूल के पहले 2 घंटे भाषा (60 मिनट) और गणित (60 मिनट) पर केंद्रित होंगे। इसके बाद जारी दूसरे चरण में 45 मिनट भाषा पर और अगले 45 मिनट गणित पर केंद्रित होंगे। वर्तमान में, सभी प्राथमिक विद्यालयों में सक्षम कक्षाएं शुरू की गई हैं।

आओ सक्षम बनें पुस्तिका वितरित
मनपा के स्कूलों में 'सक्षम बनें' पुस्तिका वितरित की गई है। इस पुस्तिका में भाषा के लिए तीन पुस्तिकाएं और गणित के लिए तीन पुस्तिकाएं (शैक्षणिक स्तर पर आधारित) सहित 6 पुस्तिकाएं हैं। पुस्तिकाएं महाराष्ट्र प्राथमिक शिक्षा परिषद, यूनिसेफ, विद्या परिषद और क्वालिटी एजुकेशन सपोर्ट ट्रस्ट (क्वेस्ट) द्वारा संयुक्त रूप से तैयार की गई हैं। इसके साथ ही मनपा स्कूलों में शिक्षकों को प्रशिक्षण, कक्षा अवलोकन और मार्गदर्शन शिक्षकों के माध्यम से समर्थन और मार्गदर्शन किया जा रहा है। यह पहल विद्यार्थियों के लिए उपयोगी हैं और इस स्तर पर आधारित 'सक्षम बनें' पुस्तकें विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए उपयोगी बन रही हैं। ये पुस्तकें छात्रों की बुनियादी अवधारणाओं को स्पष्ट करने में मदद कर रही हैं। सभी शिक्षकों और छात्रों को यह गतिविधि बहुत लोकप्रिय लगी है और सभी छात्र सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं, ऐसा पीसीएमसी पब्लिक स्कूल जाधववाडी की मेंटर शिक्षक मनीषा हेमंत सदावर्ते ने बताया। दिघी स्थित पीसीएमसी पब्लिक स्कूल की सहायक शिक्षिका मीना अरुण गायकवाड़ ने कहा, इस पहल ने वंचित छात्रों के लिए शिक्षण को बहुत आसान बना दिया है और इसके अच्छे परिणाम सामने आने लगे हैं। स्नातक छात्रों में पढ़ाई का अच्छा रुझान है और छात्र रुचि के साथ गतिविधियों में भाग ले रहे हैं।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और निपुण भारत मिशन के तहत, बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता पर ध्यान केंद्रित करके छात्रों के शैक्षिक स्तर में सुधार करने के लिए मनपा के स्कूलों में 'सक्षम' पहल शुरू की गई है। मनपा 'सक्षम' पहल के सफल क्रियान्वयन एवं विद्यार्थियों के शैक्षणिक स्तर को बढ़ाने के लिए सदैव तत्पर है।
-शेखर सिंह, आयुक्त और प्रशासक, पिंपरी-चिंचवड़ मनपा

फिलहाल मनपा के स्कूलों में 'सक्षम' का पहला चरण शुरू हो गया है। इससे विद्यार्थियों की बुनियादी साक्षरता बढ़ाने में मदद मिलेगी। 'सक्षम' पहल छात्रों की आगे की शिक्षा में प्रगति के लिए उनकी संख्यात्मकता और बुनियादी साक्षरता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
- प्रदीप जांभले - पाटिल, अतिरिक्त आयुक्त (1), पिंपरी - चिंचवड़ मनपा

'सक्षम' पहल के माध्यम से तीसरी से आठवीं तक के विद्यार्थियों के लिए कक्षाएं शुरू की गई हैं और तीस हजार से अधिक विद्यार्थी इससे लाभान्वित हो रहे हैं। इसका पहला चरण अभी चल रहा है और छात्रों का मार्गदर्शन किया जा रहा है। इसके लिए उन्हें 'सक्षम बनें' पुस्तिका वितरित की गई है। प्रथम चरण के सफल क्रियान्वयन के लिए शिक्षा विभाग द्वारा कार्यवाही की जा रही है और इस पहल को छात्रों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है।
-विजय थोरात, सहायक आयुक्त, शिक्षा विभाग, पिंपरी-चिंचवड़ मनपा



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