अजित पवार के बागी नेताओं ने दिखाए कड़े तेवर,पार्टी छोड़ देंगे मगर भाजपा का प्रचार नहीं करेंगे



अजित पवार के बागी नेताओं ने दिखाए कड़े तेवर,पार्टी छोड़ देंगे मगर भाजपा का प्रचार नहीं करेंगे

 पिंपरी चिंचवड़ । चिंचवड़ विधानसभा की सीट को लेकर महागठबंधन के घटक दलों खासकर भाजपा और राष्ट्रवादी कांग्रेस में बीच छिड़ा आंतरिक घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। हर हाल में चिंचवड़ की सीट राष्ट्रवादी को मिलनी चाहिए, इस मांग को लेकर कड़े तेवर दिखाने वाले पार्टी के बागी नेताओं और पूर्व नगरसेवकों ने आक्रामक भूमिका अपनाई है। पार्टी के करीब 20 नेताओं और पूर्व नगरसेवकों की ताथावड़े में एक बैठक संपन्न हुई जिसमें भूमिका अपनाई गई कि चिंचवड़ की सीट नहीं मिलने की सूरत में पार्टी छोड़ देंगे मगर भाजपा का प्रचार किसी भी हाल में नहीं करेंगे। इससे विधानसभा चुनाव की पृष्ठभूमि पर महागठबंधन में पड़ी दरार और गहरी होती नजर आ रही है।
चिंचवड़ विधानसभा क्षेत्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस के नेताओं और पूर्व नगरसेवकों की एक बैठक ताथवड़े में हुई। इस बैठक के लिए बागी तेवर अपनाने की शुरुवात करने वाले पूर्व नगरसेवक प्रशांत शितोले, मोरेश्वर भोंडवे, मयूर कलाटे और विनोद नढे ने अगुवाई की। इसमें चिंचवड़ की सीट से चुनाव लड़ने के लिए तीव्र इच्छुक रहे पूर्व विपक्षी नेता नाना काटे के साथ अतुल शितोले, संतोष कोकणे, कैलास बारणे, उषा काले सहित 18 से 20 पूर्व नगरसेवक शामिल हुए। इस बैठक में चिंचवड़ विधानसभा क्षेत्र राष्ट्रवादी को नहीं मिलने पर महाविकास आघाड़ी में यह सीट जिस पार्टी को मिलेगी उस पार्टी में शामिल होने का फैसला किया गया। इस संबंध में दो दिनों में उपमुख्यमंत्री अजित पवार के साथ बैठक के बाद प्रस्ताव देने की बात भी तय की गई।

भाऊसाहब भोईर भी दिखा चुके हैं बागी तेवर


चूंकि चिंचवड़ विधानसभा की सीट भाजपा के कब्जे में है और सीटों के बंटवारे के प्राथमिक फार्मूले के मुताबिक यह सीट भाजपा के पास रहने की बात तय मानी जा रही है। इससे विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए इच्छुक रहे राष्ट्रवादी कांग्रेस के पूर्व नगरसेवकों और पदाधिकारियों में बेचैनी पैदा हो गई है। कुछ दिन पहले, चार उपरोक्त पूर्व नगरसेवकों ने चिंचवड़ सीट नहीं मिलने पर भाजपा के प्रचार का बहिष्कार करने की चेतावनी दी थी। इसके बाद भी पार्टी ने कोई संज्ञान नहीं लिया। इससे नाराज इन पूर्व नगरसेवकों ने वरिष्ठ नेता शरद पवार से भी मुलाकात की थी। इसके बाद इन पूर्व नगरसेवकों ने ताथवड़े में पार्टी के पूर्व नगरसेवकों की बैठक बुलाई उपरोक्त प्रस्ताव पारित किया गया। इससे पहले चिंचवड़ से तीव्र इच्छुक रहे नाना काटे भी महाविकास आघाडी में शामिल होने की चेतावनी दे चुके हैं। उनके बाद वरिष्ठ नेता भाऊसाहब भोईर ने एक निर्धार सभा के जरिये निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर बगावत का परचम लहरा दिया।

मनपा चुनाव में भी करना पड़ेगा भाजपा का प्रचार

इस बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। लोकसभा चुनाव में राष्ट्रवादी के पदाधिकारियों ने महागठबंधन धर्म का पालन करते हुए ईमानदारी से काम किया। इसके बावजूद शिवसेना सांसद श्रीरंग बारणे ने आरोप लगाया कि चुनाव में राष्ट्रवादी ने उनका प्रचार नहीं किया। अब विधानसभा के साथ भी ऐसा ही हो सकता है। बैठक में उपस्थित पूर्व नगरसेवकों और पदाधिकारियों ने इस बात पर नाराजगी व्यक्त की कि क्या उन्हें मनपा चुनाव में भी भाजपा उम्मीदवारों के लिए काम करना पड़ेगा? इसके बाद चिंचवड़ की सीट नहीं मिलने पर महाविकास आघाड़ी में शामिल होने और किसी भी सूरत में भाजपा प्रत्याशी का प्रचार नहीं करने का प्रस्ताव पारित किया गया। बैठक के लिए अगुवाई करने वाले पूर्व नगरसेवक मयूर कलाटे ने कहा, हम सब एक साथ हैं और उपमुख्यमंत्री अजित पवार से चिंचवड़ सीट की मांग करने जा रहे हैं। कोई भी राष्ट्रवादी का कार्यकर्ता भाजपा के लिए काम नहीं करेगा। हममें से जिसे भी नामांकन मिलेगा, हम उस उम्मीदवार के साथ मजबूती से खड़े रहेंगे।

Post a Comment

0 Comments