मध्य प्रदेश से अवैध पिस्तौल लाकर बेचने वालों पर शिकंजा

 मध्य प्रदेश से अवैध पिस्तौल लाकर बेचने वालों पर शिकंजा

15.65 लाख के अवैध असलहों के साथ पांच गिरफ्तार
संपत्ति अपराध निरोधक दस्ते की बड़ी सफलता

पिंपरी चिंचवड़।   गणेशोत्सव और त्योहारी सीजन में अवैध असलहों की खरीद फरोख्त के एक रैकेट का पर्दाफाश करने में पिंपरी चिंचवड़ पुलिस को सफलता मिली है। क्राइम ब्रांच के संपत्ति अपराध निरोधक दस्ते ने मध्ये प्रदेश से अवैध पिस्तौल लाकर पिंपरी चिंचवड़ के शातिर बदमाशों को सप्लाई करने वाले एक बदमाश को धरदबोचा है। आलंदी पुलिस स्टेशन की सीमा के भीतर से की गई इस कार्रवाई में पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से सात पिस्तौल, 14 जिंदा कारतूस और दो मैक्सिन समेत एक स्कॉर्पियो कार समेत कुल 15 लाख 65 हजार रुपये का माल बरामद किया गया है।पुलिस आयुक्त विनय कुमार चौबे ने गणेशोत्सव, आगामी विधानसभा और मनपा चुनाव को लेकर अवैध असलहे लेकर घूमने वाले अपराधियों की तलाश कर उनके खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। इसके अनुसार अपराध शाखा एक के सहायक पुलिस आयुक्त डाॅ. विशाल हिरे के मार्गदर्शन में संपत्ति अपराध निरोधक दस्ते के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विजय धमाल और उनकी टीम ऐसे अपराधियों के बारे में जानकारी जुटा रही थी।

पुणे और पिंपरी चिंचवड़ में बदमाशों को बेचता था

इस ऑपरेशन में प्रदीप उर्फ अक्षय बालासाहेब डाघे (28) सूरज अशोक शिवले (24) दोनों निवासी शिरूर कमलेश उर्फ डैनी कांडे (29) निवासी भारतमाता चौक, मोशी, पवन दत्तात्रेय शेजवल (35) निवासी नारायणगांव और नवल वीरसिंह जमरे (23) निवासी पेरने फाटा, शिरूर, मूल निवासी मध्य प्रदेश नामक आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में पता चला कि आरोपी नवल जमरे मध्य प्रदेश से पिस्टल लाकर शहर में बेच रहा था। वह मध्य प्रदेश से अवैध असलहों की तस्करी करता था और पुणे एवं पिंपरी चिंचवड़ में शातिर बदमाशों को बेच देता था। आरोपी पवन पर नारायणगांव थाने में चोरी और सेंधमारी के पांच मामले दर्ज हैं। वहीं मंचर पुलिस स्टेशन में कमलेश कांडे के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज होने की जानकारी सामने आयी है। अवैध असलहों की तस्करी करने वाले नवल ने इससे पहले अवैध हथियार किन किन को बेचें हैं, उसके साथ इस रैकेट में और कौन कौन शामिल है? आदि की जानकारी जुटाई जा रही है।


इन्होंने की कार्रवाई

इस दौरान पुलिस कांस्टेबल गणेश सावंत, हर्षद कदम और सुमित देवकर को मुखबिर से आरोपियों के बारे में जानकारी मिली। इसके बाद सहायक पुलिस निरीक्षक अभिनय पवार, उप पुलिस निरीक्षक भरत गोसावी, पुलिस कांस्टेबल आशीष बनकर, विनय वीर, सुमित देवकर, गणेश सावंत, हर्षद कदम, सोमनाथ मोरे, नितिन लोखंडे, महेश खांडे, विक्रांत गायकवाड़, गणेश हिंगे, प्रशांत पाटिल आदि के समावेश वाली टीम ने कार्रवाई की।

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